NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 14 अकबरी लोटा

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 14 अकबरी लोटा are part of NCERT Solutions for Class 8 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 14 अकबरी लोटा.

BoardCBSE
TextbookNCERT
ClassClass 8
SubjectHindi Vasant
ChapterChapter 14
Chapter Nameअकबरी लोटा
Number of Questions Solved20
CategoryNCERT Solutions

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 14 अकबरी लोटा

प्रश्न-अभ्यास
(पाठ्यपुस्तक से)

कहानी की बात

प्रश्न 1. “लाला ने लोटा ले लिया, बोले कुछ नहीं, अपनी पत्नी का अदब मानते थे।” लाला झाऊलाल को बेढंगा लोटा बिलकुल पसंद नहीं थाफिर भी उन्होंने चुपचाप लोटा ले लियाआपके विचार से वे चुप क्यों रहे? अपने विचार लिखिए
उत्तर :
लाला झाऊलाल को वह बेढंगा लोटा पसंद न था, फिर भी उन्होंने चुपचाप लोटा ले लिया, किंतु अपनी पत्नी को कुछ भी न कहा क्योंकि वे अपनी पत्नी का अदब मानते थेइसके अलावा उन्हें अपनी पत्नी के तेजतर्रार स्वभाव का भी पता था, जिसके सामने वे कमज़ोर पडते थेउन्हें यह डर भी था कि यदि उन्होंने लोटे के बारे में कुछ कहा तो अगली बार शायद बाल्टी में खाना पडे अर्थात इससे भी बुरी स्थिति हो सकती थी

प्रश्न 2. “लाला झाऊलाल जी ने फौरन दो और दो जोड़कर स्थिति को समझ लिया।” आपके विचार से लाला झाऊलाल ने कौन-कौन सी बातें समझ ली होंगी?
उत्तर :
पानी पीते हुए लाला झाऊलाल के हाथ से लोटा छूट गया और वह गली में गिरने लगाअचानक गली में शोर उठालाला जी भी छत से नीचे आएउन्होंने देखा कि सिर से पाँव तक भीगा एक अंग्रेज अपना अँगूठा पकड़े तिलमिला रहा है और गालियाँ बक रहा हैलालाजी ने समझ लिया कि यह अंग्रेज उन्हीं के लोटे के पानी से भीगा है और उसी से चोटिल हुआ हैअब यह झगड़ा करेगा तथा इसके साथ आई भीड़ झगड़े से हर्षित होगी

प्रश्न 3. अंग्रेज़ के सामने बिलवासी जी ने झाऊलाल को पहचानने तक से क्यों इंकार कर दिया था? आपके विचार से बिलवासी जी ऐसा अजीब व्यवहार क्यों कर रहे थे? स्पष्ट कीजिए
उत्तर :
अंग्रेज के सामने बिलवासी मिश्र, झाऊलाल को पहचानने से इंकार करते हुए अजीब-सा व्यवहार इसलिए कर रहे थे, जिससे अंग्रेज को तनिक भी शक न हो कि मेरे साथ की गई हमदर्दी दिखावा मात्र हैबिलवासी जी यह सोच रहेथे कि इस प्रकार के व्यवहार से अंग्रेज का क्रोध शांत हो जाएगा तथा यह गंभीर मामला शीघ्र ही समाप्त हो जाएगा तथा किसी को उपहास उड़ाने का अवसर भी नहीं मिलेगा।

प्रश्न 4. बिलवासी जी ने रुपयों का प्रबंध कहाँ से किया था? लिखिए
उत्तर :
बिलवासी जी ने लाला झाऊलाल को देने के लिए रुपयों का प्रबंध अपनी पत्नी की संदूक से चोरी करके कियाइसके लिए उन्होंने अपनी सोती हुई पत्नी के गले में पड़ी चेन से ताली निकाली और चुपचाप संदूक से रुपये निकालकर उसे बंद कर दियालाला झाऊलाल के लिए रुपये का इंतजाम अंग्रेज के माध्यम से हो जाने पर उन्होंने वे रुपए उसी तरह वापस रख दिये और उनकी पत्नी न जान सकी

प्रश्न 5. आपके विचार से अंग्रेज ने यह पुराना लोटा क्यों खरीद लिया? आपस में चर्चा करके वास्तविक कारण की खोज कीजिए और लिखिए
उत्तर :
भारत की सभ्यता, संस्कृति, कला तथा ऐतिहासिक वस्तुओं ने सदा से ही विदेशियों को आकर्षित किया हैइसके अलावा कुछ लोगों के अपने विशेष शौक भी होते हैंअंग्रेज भी ऐतिहासिक वस्तुओं के संग्रह करने का शौकीन थाइसके अलावा उसका पड़ोसी मेजर डगलस इस अंग्रेज को अपनी ऐतिहासिक वस्तुएँ दिखाकर डींग मारता रहता थागतवर्ष उसने भारत से ‘जहाँगीरी अंडा’ खरीदा थाअंग्रेज इसका बदला लेना चाहता थाउससे महँगा तथा ऐतिहासिक अकबरी लोटा खरीदकर उन्हें दिखाते हुए उन्हें पीछे छोड़ना चाहता था, इसलिए उसने वह लोटा 500 रुपये में खरीद लिया

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1. “इस भेद को मेरे सिवाए मेरा ईश्वर ही जानता हैआप उसी से पूछ लीजिएमैं नहीं बताऊँगा।” बिलवासी जी ने यह बात किससे और क्यों कही? लिखिए
उत्तर :
यह बात पंडित बिलवासी मिश्र ने लाला झाऊलाल से कहीलाला झाऊलाल यह जानना चाहते थे कि उनके लिए रुपयों का प्रबंध कैसे किया था, तब उन्होंने कहा कि इस भेद को मेरे सिवा ईश्वर ही जानता हैआप उसी से पूछलेना ऐसा कहकर वह पत्नी से चोरी करके उसकी संदूक से रुपये निकालने की बात नहीं कहना चाहते थेइसके अलावा उन्हें घर पहुँचकर उन रुपयों को यथास्थान रखने की जल्दी भी थी, इसलिए ऐसा कहा

प्रश्न 2. “उस दिन रात्रि में बिलवासी जी को देर तक नींद नहीं आई।” समस्या झाऊलाल की थी और नींद बिलवासी की उड़ी तो क्यों? लिखिए
उत्तर :
बिलवासी मिश्र ने अपने मित्र की मदद करने के लिए चोरी से अपनी पत्नी की संदूक से ढाई सौ रुपये निकाले वे रुपये देने लाला जी के घर गए किंतु वहा अकबरी लोटे के माध्यम से 500 रुपये की व्यवस्था हो गईइस प्रकार लाला झाऊलाल की समस्या तो हल हो गई पर असली समस्या बिलवासी मिश्र के सामने थी कि पत्नी की संदूक से चुराए हुए ढाई सौ रुपये उसी स्थान पर पुनः कैसे रखे जाएँवे खुद जागकर अपनी पत्नी के सो जाने का इंतजार कर रहे थे, ताकि उसके सो जाने पर ताली निकालकर रुपये वहाँ रख सकें

प्रश्न 3.
“लेकिन मुझे इसी जिंदगी में चाहिए।’
“अजी इसी सप्ताह में ले लेना।”
“सप्ताह से आपका तात्पर्य सात दिन से है या सात वर्ष से?”
झाऊलाल और उनकी पत्नी के बीच की इस बातचीत से क्या पता चलता है? लिखिए
उत्तर :
लाला झाऊलाल और उनकी पत्नी के बीच हुई बातचीत से पता चलता है कि लालाजी ने पहले भी अपनी पत्नी से किए गए वायदे न निभा सके होंगेइसके अलावा यह भी पता चलता है कि –

  • उनकी पत्नी को लालाजी के वचनों पर विश्वास न था
  • वह उनकी समय पर पैसों को न देने के स्वभाव से वाकिफ थी
  • उनका स्वभाव झाऊलाल के स्वभाव से तेज था
  • वह तर्क शक्ति से लालाजी को निरुत्तर कर दिया करती थी।
  • लाला झाऊलाल कंजूस स्वभाव के थे

क्या होता यदि

प्रश्न 1. अंग्रेज लोटा न खरीदता?
उत्तर :
अंग्रेज लोटा न खरीदता तो बिलवासी जी जो रुपये अपनी पत्नी के संदूक से चोरी करके लाए थे वही रुपये लाला झाऊलाल को देते लाला झाऊलाल ये रुपये अपनी पत्नी को दे देते तथा बाद में रुपये का प्रबंध कर अपने मित्र बिलवासी मिश्र को दे देते इसके अलावा उन्हें अचानक यूँ पाँच सौ रुपये भी न मिल पाते

प्रश्न 2. यदि अंग्रेज़ पुलिस को बुला लेता?
उत्तर :
यदि अंग्रेज पुलिस बुला लेता तो पुलिस झाऊलाल तथा अंग्रेज को पुलिस स्टेशन ले जातीदोनों को ही समझौता करने को कहती तथा लालाजी से अंग्रेज को क्षतिपूर्ति कराती फिर भी दोनों न मानते तो उन्हें थाने में बंद करने की धमकी देतीअकबरी लोटे के माध्यम से 500 रुपये की व्यवस्था हो गईइस प्रकार लाला झाऊलाल की समस्या तो हल हो गई पर असली समस्या बिलवासी मिश्र के सामने थी कि पत्नी की संदूक से चुराए हुए ढाई सौ रुपये उसी स्थान पर पुन: कैसे रखे जाएँवे खुद जागकर अपनी पत्नी के सो जाने का इंतजार कर रहे थे, ताकि उसके सो जाने पर ताली निकालकर रुपये वहाँ रख सकें

प्रश्न 3. “लेकिन मुझे इसी जिंदगी में चाहिए।’ अजी इसी सप्ताह में ले लेना।” “सप्ताह से आपका तात्पर्य सात दिन से है या सात वर्ष से?” झाऊलाल और उनकी पत्नी के बीच की इस बातचीत से क्या पता चलता है? लिखिए
उत्तर :
लाला झाऊलाल और उनकी पत्नी के बीच हुई बातचीत से पता चलता है कि लालाजी ने पहले भी अपनी पत्नी से किए गए वायदे न निभा सके होंगेइसके अलावा यह भी पता चलता है कि –

  • उनकी पत्नी को लालाजी के वचनों पर विश्वास न था
  • वह उनकी समय पर पैसों को न देने के स्वभाव से वाकिफ थी
  • उनका स्वभाव झाऊलाल के स्वभाव से तेज था
  • वह तर्क शक्ति से लालाजी को निरुत्तर कर दिया करती थी।
  • लाला झाऊलाल कंजूस स्वभाव के थे

क्या होता यदि

प्रश्न 1. अंग्रेज़ लोटा न खरीदता?
उत्तर :
अंग्रेज लोटा ने खरीदता तो बिलवासी जी जो रुपये अपनी पत्नी के संदूक से चोरी करके लाए थे वही रुपये लाला झाऊलाल को देते लाला झाऊलाल ये रुपये अपनी पत्नी को दे देते तथा बाद में रुपये का प्रबंध कर अपने मित्र बिलवासी मिश्र को दे देतेइसके अलावा उन्हें अचानक यूँ पाँच सौ रुपये भी न मिल पाते

प्रश्न 2. यदि अंग्रेज़ पुलिस को बुला लेता?
उत्तर :
यदि अंग्रेज पुलिस बुला लेता तो पुलिस झाऊलाल तथा अंग्रेज को पुलिस स्टेशन ले जातीदोनों को ही समझौता करने को कहती तथा लालाजी से अंग्रेज को क्षतिपूर्ति करातीफिर भी दोनों न मानते तो उन्हें थाने में बंद करने की धमकी देती।

प्रश्न 3. जब बिलवासी अपनी पत्नी के गले से चाबी निकाल रहे थे, तभी उनकी पत्नी जाग जाती?
उत्तर :
जब बिलवासी जी अपनी पत्नी के गले से चाबी निकाल रहे होते और वह जाग जाती तो पति-पत्नी के बीच झगड़ा होता, जिसमें उनकी पत्नी भारी पड़तीवे नाना प्रकार के प्रश्न पूछती और उनसे सब कुछ उगलवाकर ही रहती

पता कीजिए

प्रश्न 1. “अपने वेग में उल्का को लजाता हुआ वह आँखों से ओझल हो गया।’ उल्का क्या होती है? उल्का और ग्रहों में कौन-कौन सी समानताएँ और अंतर होते हैं?
उत्तर :
उल्का किसी तारे का टुकड़ा होता है जो चट्टानों से बना होता हैयह तारे के चारों ओर अपने पथ पर घूमता है किंतु कभी-कभी यह टूटकर अलग हो जाता है और पृथ्वी की ओर तेजी से गिरने लगता हैगिरते समय वायुमंडल में वायु से घर्षण के कारण यह तेजी से जलकर प्रकाश उत्पन्न करता हैइसे टूटतातारा भी कहते हैं ग्रह और उल्का में समानताएँ

  • दोनों का ही निर्माण चट्टान के कणों से हुआ है
  • दोनों ही किसी तारे के चारों ओर चक्कर लगाते रहते हैं असमानताएँ
  • ग्रहों का आकार काफी बड़ा, जबकि उल्का का आकार छोटा होता है
  • ग्रह अपनी धुरी पर चक्कर लगाते हैं, जबकि उल्काओं की कोई निश्चित धुरी नहीं होती है

प्रश्न 2. इस कहानी में अपने दो चीजों के बारे में मजेदार कहानियाँ पढ़ीं-अकबरी लोटे की कहानी और जहाँगीरी अंडे की कहानीआपके विचार से ये कहानियाँ सच्ची हैं या काल्पनिक?
उत्तर :
ये दोनों ही कहानियाँ काल्पनिक लगती हैं

प्रश्न 3. अपने घर या कक्षा की किसी पुरानी चीज़ के बारे में ऐसी ही कोई मजेदार कहानी बनाइए
उत्तर :
छात्र स्वयं कहानी बनाएँ।

प्रश्न 4. बिलवासी जी ने जिस तरीके से रुपयों का प्रबंध किया, वह सही था या गलत?
उत्तर :
बिलवासी जी ने रुपयों का इंतजाम दो तरीकों से किया था

  1. अपनी पत्नी की संदूक से उन्होंने चोरी से रुपये निकाले। इसके लिए उन्होंने अपनी सोती पत्नी के गले की चेन से ताली निकाली और चुपचाप रुपये निकाले थे। उनका यह तरीका गलत था क्योंकि उनकी पत्नी इस बीच यदि जाग जाती तो घर में बवंडर खड़ा हो जाता।
  2. रुपयों के प्रबंध के लिए उन्होंने जो दूसरा तरीका अपनायी उसे भी उचित नहीं कहा जा सकता है क्योंकि उन्होंने एक अनजान अंग्रेज को बेवकूफ बनाया था। इससे उनको स्वार्थ तथा मनोविनोद तो पूरा हो गया पर यदि बाद में इस अंग्रेज को ऐतिहासिक वस्तुओं के नाम पर अपने साथ हुई ठगी का पता चलेगा तो वह भारत की उस संस्कृति जहाँ ‘अतिथि देवो भव’ माना जाता है के बारे में कितना सच मानेगा तथा भारतीयों के प्रति उसके मन में बना विश्वास सदा के लिए टूट जाएगा।

भाषा की बात

प्रश्न 1. इस कहानी में लेखक ने जगह-जगह पर सीधी-सी बात कहने के बदले रोचक मुहावरों, उदाहरणों आदि के द्वारा कहकर अपनी बात को और अधिक मजेदार/रोचक बना दिया है। कहानी से वे वाक्य चुनकर लिखिए जो आपको सबसे अधिक मजेदार लगे।
उत्तर :

  • पर ढाई सौ रुपये तो एक साथ आँख सेंकने को भी नहीं मिलते थे।
  • उनका जी एक बार जोर से सनसनाया और फिर बैठ गया।
  • “अजी हटो, ढाई सौ रुपये के लिए भाई से भीख माँगोगी, मुझसे ले लेना।”
  • “सप्ताह से आपका तात्पर्य सात दिन से है या सात वर्ष से ?”
  • इस समय अगर दुम दबाकर भागते तो फिर उसे क्या मुँह दिखालाएँगे?
  • अभी अगर चू कर देता हूँ तो बाल्टी में भोजन मिलेगा। तब क्या करना बाकी रह जाएगा।
  • लाला जी गुस्सा पीकर पानी पीने लगे।
  • यह लोटा न जाने किस अनाधिकारी के झोंपड़े पर काशीवास का संदेश लेकर पहुँचेगा?

प्रश्न 2. इस कहानी में लेखक ने अनेक मुहावरों का प्रयोग किया है। कहानी में से पाँच मुहावरे चुनकर उनका प्रयोग करते हुए वाक्य लिखिए।
उत्तर :
NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 14 अकबरी लोटा 1
We hope the NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 14 अकबरी लोटा help you. If you have any query regarding NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 14 अकबरी लोटा, drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 10 कामचोर

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 10 कामचोर are part of NCERT Solutions for Class 8 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 10 कामचोर.

BoardCBSE
TextbookNCERT
ClassClass 8
SubjectHindi Vasant
ChapterChapter 10
Chapter Nameकामचोर
Number of Questions Solved11
CategoryNCERT Solutions

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 10 कामचोर

प्रश्न-अभ्यास
(पाठ्यपुस्तक से)

कहानी से

प्रश्न 1. कहानी में मोटे-मोटे किस काम के हैं? किन के बारे में और क्यों कहा गया?
उत्तर :
कहानी में ‘मोटे-मोटे किस काम के हैं’- उन बच्चों के लिए कहा गया है जो कुछ भी काम नहीं करते थे और आलसी तथा कामचोर हो गए थेऐसा इसलिए कहा गया है कि वे काम को हाथ लगाना तो दूर उठकर पानी भी नहीं पीते थेउनका हर काम नौकरों के भरोसे थास्वयं कोई काम नहीं करना चाहते थेबस खा-खाकर मोटे हो रहे थे

प्रश्न 2. बच्चों के ऊधम मचाने के कारण घर की क्या दुर्दशा हुई?
उत्तर :
बच्चे यूँ तो कोई काम करना ही नहीं चाहते थे, पर तनख्वाह की लालच में उन्होंने काम करने की जगह इतना सामान और काम फैला दिया कि ऐसा लगने लगा जैसे तूफान आ गया थाउनके ऊधम मचाने से घर की निम्नलिखित दशा हुई
(क) घर में धूल और कीचड़ चारों ओर फैल गया?
(ख) झाड़ टूट चुकी थी और केवल उसकी सीकें बची थीं
(ग) घर के बर्तन-भगोने, बाल्टी, तसले, लोटे, कटोरे सब इधर-उधर फैले थे।
(घ) घर में भेड़ें और मुर्गियाँ इधर-उधर घूम रहीं थीं।
(ङ) दाल, चादर, दुपट्टे, दूध, झाड़, सब्जियों आदि का नुकसान हुआ था

प्रश्न 3. “या तो बच्चा राज कायम कर लो या मुझे ही रख लो।” अम्मा ने कब कहा? और इसका परिणाम क्या हुआ?
उत्तर :
“या तो मुझे रख लो या बच्चा राज कायम कर लो” यह बात अम्मा ने उस समय कही थी जब बच्चों ने तनख्वाह की लालच में काम करने की ठान ली, पर उन्होंने काम के नाम पर इतनी अव्यवस्था फैला दी कि ऐसा लगने लगा जैसे घर में तूफान आ गया थाइसका परिणाम यह हुआ कि
(क) अम्मा ने कह दिया कि या तो बच्चे काम कर लें या उन्हें काम करने दिया जाए
(ख) वे अपने मायके आगरा जाने की धमकी देने लगी
(ग) अब्बा ने उन बच्चों को पुन: किसी काम को हाथ न लगाने की चेतावनी दे दी

प्रश्न 4. ‘कामचोर’ कहानी क्या संदेश देती है?
उत्तर :
‘कामचोर’ कहानी हमें यह संदेश देती है कि बच्चों को पूरी तरह नौकरों के भरोसे न छोड़ेबच्चों को बचपन से ही छोटे-छोटे काम करने को प्रेरित करना चाहिएउन्हें काम तथा श्रम की महत्ता बताना चाहिएकाम में उनकी रुचि पैदा की जानी चाहिए ताकि बच्चे कामचोर, आलसी एवं माँ-बाप के लिए बोझ न बनें

प्रश्न 5. क्या बच्चों ने उचित निर्णय लिया कि अब चाहे कुछ भी हो जाए, हिलकर पानी भी नहीं पिएँगे
उत्तर :
कहानी के अंत में बच्चों ने काम न करने को जो निर्णय लिया उसे किसी दशा में उचित नहीं कहा जा सकता हैऐसा करने से वे कोई काम नहीं सीख पाएँगेवे उनमें आलस्य, कामचोरी, तथा निकम्मेपन की प्रवृत्ति बढ़ती जाएगीऐसे में एक दिन माँ-बाप, परिवार, समाज और देश पर बोझ बन जाएँगेउन्हें कोई देखना भी नहीं चाहेगा।

कहानी से आगे

प्रश्न 1. घर के सामान्य काम हों या अपना निजी काम, प्रत्येक व्यक्ति को अपनी क्षमता के अनुरूप उन्हें करना आवश्यक क्यों है?
उत्तर :
घर के सामन्य कामकाज हों या अपना निजी काम प्रत्येक व्यक्ति को अपनी क्षमता के अनुसार करना चाहिए क्योंकि
(क) इस प्रकार किया गया काम सही और सुचारु ढंग से पूरा होता है
(ख) घर के सदस्यों के बीच किसी प्रकार का मनमुटाव नहीं रह जाता कि ‘वह’ व्यक्ति काम नहीं कर रहा है तो मैं ही क्यों करूं
(ग) घर के व्यक्तियों को काम करता देख छोटे बच्चों में भी काम करने की आदत स्वयमेव विकसित हो जाती हैवे कामचोरी का आलस्यपने की प्रवृत्ति से बच जाते हैं
(घ) व्यक्ति का स्वास्थ्य ठीक रहता है तथा घर का वातावरण भी सुखद बन जाता है

प्रश्न 2. भरा-पूरा परिवार कैसे सुखद बन सकता है और कैसे दुखद? कामचोर कहानी के आधार पर निर्णय कीजिए
उत्तर :
भरा-पूरा परिवार निम्नलिखित स्थितियों में सुखद बन सकता है घर का प्रत्येक सदस्य बिना बोझ समझे मन लगाकर काम करे काम को पूरी तरह निष्ठा तथा ईमानदारी से करे यदि उसका काम अन्य सदस्यों से अधिक है तो उसकी तुलना कम काम करने वाले व्यक्ति से बिल्कुल भी न करेइसके अलावा कामचोर कहानी के आधार पर यह भी कह सकते हैं कि बच्चों में शुरू से ही काम करने की आदत पैदा करनी चाहिए अन्यथा उन पर अचानक जिम्मेदारी डालने से वे काम को सही तरीके से नहीं करेंगेउनको शुरू से ही अपने साथ काम पर लगाकर घर को सुखद बनाया जा सकता हैभरा-पूरा परिवार दुखद तब बन सकता है; जबघर के सदस्य कार्य करने में आना-कानी करें वे काम से जी चुराएँप्रलोभन आदि के बल पर काम कराना भी चाहें तो वे काम को गलत ढंग से करने का प्रयास करते हुए काम को और खराब कर देंअपना काम भी न करते हुए हर काम के लिए नौकरों पर निर्भर रहने से घर दुखद बन जाता है

प्रश्न 3. बड़े होते बच्चे किस प्रकार माता-पिता के सहयोगी हो सकते हैं और किस प्रकार भार? कामचोर कहानी के आधार पर अपने विचार व्यक्त कीजिए
उत्तर :
‘कामचोर’ कहानी के आधार पर पता चलता है कि बड़े होते बच्चे माता-पिता के काम में सहयोगी बन सकते हैं यदि वे स्वेच्छा से उनके कार्यों में हाथ बटाएँअपने हिस्से के काम के प्रति उत्तरदायी हों तथा काम को पूरी जिम्मेदारी से निभाएँ।

बड़े होते बच्चे माता-पिता पर भार तब हो सकते हैं जब वे प्रत्येक काम के लिए माँ-बाप पर निर्भर रहें। ‘कामचोर’ कहानी में बच्चे हिलकर अपनेआप पानी भी नहीं पीते थे। वे प्रत्येक काम के लिए नौकरों पर निर्भर थे। वे आलसी तथा निकम्मे बन गए थे। उनमें बचपन से काम करने की आदत नहीं डाली गई। वे खा-खाकर मोटे हो गए थे और परिवार के लिए भार बन गए थे।

प्रश्न 4. ‘कामचोर’ कहानी एकल परिवार की कहानी है या संयुक्त परिवार की? इन दोनों तरह के परिवारों में क्या-क्या अंतर होते हैं?
उत्तर :
‘कामचोर’ कहानी संयुक्त परिवार की कहानी है। बच्चों ने जब तनख्वाह की लालच में काम को हाथ लगाया तो उनके द्वारा अव्यवस्थित तरीके से किए गए कार्यों से माता-पिता के अलावा हज्जन माँ, बानी दीदी, मौसी, बड़ी दीदी, मुगलानी बुआ, चाचा जी भी किसी-न-किसी रूप में प्रभावित हुए। इससे पता लगता है कि ये लोग भी परिवार में साथ-साथ ही रहते थे जो संयुक्त परिवार की पहचान है। इस तरह के दोनों परिवारों में निम्नलिखित अंतर होते हैं
(क) एकल परिवार में बच्चों के साथ उनके माता-पिता ही रहते हैं जबकि संयुक्त परिवार में माता-पिता के अलावा चाचा-चाची, दादा-दादी, बुआ, मौसी तथा उनके बच्चे भी साथ ही रहते हैं।
(ख) आजकल की व्यस्त दिनचर्या में बच्चों को एकल परिवार में माता-पिता का प्यार कम मिल पाता है, जबकि संयुक्त परिवार में घर के अन्य सदस्य यह कमी पूरी कर देते हैं।
(ग) एकल परिवार में माता-पिता के काम पर चले जाने पर बच्चे अकेले रह जाते हैं तथा स्वयं को असुरक्षित महसूस करते हैं जबकि संयुक्त परिवार में वे अकेले नहीं रहते हैं।
(घ) एकल परिवार के बच्चों में समाजीकरण नहीं हो पाता जबकि संयुक्त परिवार में बच्चे अन्य सदस्यों के बीच इसे सीख जाते हैं तथा वे दादी-नानी द्वारा सुनाई कहानियों की सीख ग्रहण कर बेहतर नागरिक बनते हैं।

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1. घरेलू नौकरों को हटाने की बात किन-किन परिस्थितियों में उठ सकती है? विचार कीजिए।
उत्तर :
घरेलू नौकरों को हटाने की बात निम्नलिखित परिस्थितियों में उठ सकती है
(क) जब नौकर काम को निष्ठापूर्वक न करे तथा कामचोरी करे।
(ख) जब नौकरों की संख्या आवश्यकता से अधिक हो।
(ग) घर की आय में अचानक कमी आ जाए तथा यह कमी दीर्घकाल तक बने रहने की संभावना हो।
(घ) घर के सभी सदस्य अपने-कार्यों को जिम्मेदारी से करने लगें तथा बड़ों के काम में भी हाथ बँटाने लगे।
(ङ) नौकर बार-बार छुट्टी पर जाने लगे तथा वेतन बढ़ाने की माँग करने लगे।

प्रश्न 2. कहानी में एक समृद्ध परिवार के ऊधमी बच्चों का चित्रण है। आपके अनुमान से उनकी आदत क्यों बिगड़ी होगी? उन्हें ठीक ढंग से रहने के लिए आप क्या-क्या सुझाव देना चाहेंगे?
उत्तर :
मेरे अनुमान से समृद्ध परिवार के बच्चों की आदत इसलिए बिगड़ी होगी क्योंकि
(क) समयाभाव के कारण माता-पिता उनका काम स्वयं न कर पाते होंगे तथा बच्चे नौकरों के भरोसे छोड़ दिए जाते होंगे।
(ख) बच्चों को शुभ का महत्त्व न बताया गया होगा, इससे वे शारीरिक श्रम को कमतर समझते रहे।
(ग) वे सोचते होंगे कि समृद्ध परिवार में काम करना उनकी शान के खिलाफ होगा।
(घ) माता-पिता द्वारा बचपन से ही उनमें काम करने की आदत न डाली गई होगी।

उन्हें ठीक ढंग से रहने के लिए में निम्नलिखित सुझाव देंगा
(क) उन्हें छोटे-छोटे कामों के लिए प्रेरित किया जाए तथा उनके साथ स्वयं भी काम किया जाए ताकि वे बड़ों को काम करते हुए देखकर प्रेरित हों।
(ख) उन्हें शारीरिक श्रम की महत्ता तथा स्वास्थ्य, परिवार तथा समाज के लिए यह कितना उपयोगी है, इसे समझाऊँगा।
(ग) उन्हें प्रेरक प्रसंग-महापुरुषों की जीवनियाँ तथा पंचतंत्र कहानियों के माध्यम से कार्य की महत्ता समझाऊँगा।

प्रश्न 3. किसी सफल व्यक्ति की जीवनी से उनके विद्यार्थी जीवन की दिनचर्या के बारे में पढ़े और सुव्यवस्थित कार्यशैली पर एक लेख लिखें।
उत्तर :
छात्र महात्मा गांधी की जीवनी पढ़ें तथा उनकी सुव्यवस्थित कार्यशैली के बारे में समझें तथा लिखें।

भाषा की बात

  • ‘‘धुली-बेधुली बालटी लेकर आठ हाथ चार थनों पर पिल पड़े।’ धुली शब्द से पहले ‘बे’ लगाकर बेधुली बना है। जिसका अर्थ है ‘बिना धुली’ ‘बे’ एक उपसर्ग है। ‘बे’ उपसर्ग से बनने वाले कुछ और शब्द हैंबेतुका, बेईमान, बेघर, बेचैन, बेहोश आदि। आप भी नीचे लिखे उपसर्गों से बनने वाले शब्द खोजिए

1. प्र ………………………..
2. आ ………………………..
3. भर ………………………..
4. बद। ………………………..

उत्तर :

उपसर्ग उपसर्गयुक्त शब्द।

प्र प्रवचन, प्रवीण, प्रयोग, प्रदीप, प्रभाव, प्रचार, प्रचलन, प्रस्थान आदि।
आ आगत, आमरण, आजन्म, आजीवन, आदान, आयात आदि।
भर भरपूर, भरपेट, भरसक, भरपाई आदि।
बद बदनाम, बदसूरत, बदकिस्मत, बदतमीज, बदतर, बदरंग, बदचलन आदि।

We hope the NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 10 कामचोर help you. If you have any query regarding NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 10 कामचोर, drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 9 कबीर की साखियाँ

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 9 कबीर की साखियाँ are part of NCERT Solutions for Class 8 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 9 कबीर की साखियाँ.

BoardCBSE
TextbookNCERT
ClassClass 8
SubjectHindi Vasant
ChapterChapter 9
Chapter Nameकबीर की साखियाँ
Number of Questions Solved8
CategoryNCERT Solutions

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 9 कबीर की साखियाँ

प्रश्न-अभ्यास
(पाठ्यपुस्तक से)

पाठ से

प्रश्न 1. ‘तलवार का महत्त्व होता है म्यान का नहीं’-उक्त उदाहरण से कबीर क्या कहना चाहते हैं? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
‘तलवार का महत्त्व होता है,म्यान को नहीं’- इस उदाहरण के माध्यम से कवि कहना चाहता है कि हमें उस वस्तु के विषय में जानकारी करनी चाहिए जो हमारे लिए मुख्य रूप से उपयोगी हो। जिस तरह तलवार की मजबूती तथा उसकी तीक्ष्ण धार देखी जाती है उसी प्रकार संतों की जाति छोड़कर ज्ञान की बातें पूछना चाहिए।

प्रश्न 2. पाठ की तीसरी साखी-जिसकी एक पंक्ति है ‘मनुवाँ तो दहुँ दिसि फिरै, यह तो सुमिरन नाहिं’ के द्वारा कबीर क्या कहना चाहते हैं?
उत्तर :
‘मनुवाँ तो दहुँ दिसि फिरै, यह तो सुमिरन नाहिं’ के द्वारा कबीर ने आडंबर पूर्ण एवं दिखावे की भक्ति करने वालों पर व्यंग्य किया है। कवि कहना चाहता है कि ईश्वर की सच्ची भक्ति करने के लिए मन का केंद्रित होना आवश्यक है। हमारा मन यदि चारों दिशाओं में भटक रहा है और हम राम राम जप रहे हैं तो वह भक्ति सच्ची भक्ति नहीं है।

प्रश्न 3. कबीर घास की निंदा करने से क्यों मना करते हैं। पढ़े हुए दोहे के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
कबीर घास की भी निंदा करने से इसलिए मना करते हैं कि निंदा करने वाला व्यक्ति उस समय अभिमान के कारण उस वस्तु के गुणों पर ध्यान नहीं दे पाता है या उसकी विशेषताओं को भूल जाता है। जैसे घास के नन्हे तिनके को मनुष्य पैरों तले कुचलते समय यह भूल जाता है कि यही तिनका आँख में पड़कर उसके लिए दुखदायी बन सकता है।

प्रश्न 4. मनुष्य के व्यवहार में ही दूसरों को विरोधी बना लेनेवाले दोष होते हैं। यह भावार्थ किस दोहे से व्यक्त होता है?
उत्तर :
उक्त भावार्थ निम्नलिखित दोहे से व्यक्त होता है

जग में बैरी कोइ नहीं, जो मन सीतल होय।
या आपा को डारि दे, दया करै सब कोय॥

पाठ से आगे

प्रश्न 1.

“या आपा को डारि दे, दया करै सब कोय।”
‘ऐसी बानी बोलिए मन का आपा खोय।”

इन दोनों पंक्तियों में ‘आपा’ को छोड़ देने या खो देने की बात की गई है। ‘आपा’ किस अर्थ में प्रयुक्त हुआ है? क्या आपा’ स्वार्थ के निकट का अर्थ देता है या घमंड का?
उत्तर :
उक्त दोनों पक्तियों में ‘आप’ का प्रयोग उस ‘घमंड’ के लिए प्रयुक्त है जो मनुष्य में धन, बल, सत्ता, प्रतिष्ठा आदि के कारण उत्पन्न हो जाता है। इसी घमंड के कारण वह स्वयं को श्रेष्ठ तथा दूसरों को कमतर आँकने लगता है। उसे सभी अपने से हीन दिखाई देते हैं। इस प्रकार आपा’ से घमंड का ही अर्थ निकलता है।

पहली पंक्ति में कवि ने स्वाभाविक अहंकार त्यागने की बात कही है जिससे उसे सभी को दया दृष्टि मिल सके। द्वितीय पंक्ति में मन का अहंकार त्यागकर मीठी वाणी बोलने का आग्रह किया है जिससे हम सबके प्रिय बन सकें।

प्रश्न 2. आपके विचार में आपा और आत्मविश्वास में तथा आपा और उत्साह में क्या कोई अंतर हो सकता है? स्पष्ट करें।
उत्तर :
आपा और आत्मविश्वास

‘आपा’ का अर्थ है अहंकार, जिसके कारण व्यक्ति स्वयं को दूसरों से श्रेष्ठ समझता है, जबकि आत्मविश्वास’ का अर्थ है अपने ऊपर विश्वास, जिसके बल पर वह असंभव कार्य करने की ठान लेता है और पूरा करता है।

आपा और उत्साह
‘आपा’ का अर्थ है-अहंकार या घमंड, जिसके कारण व्यक्ति स्वयं को दूसरों से श्रेष्ठ समझता है, जबकि ‘उत्साह’ का अर्थ है-किसी काम को करने का
जोश, उमंग तथा खुशी से काम में लग जाने का गुण।।

प्रश्न 3. सभी मनुष्य एक ही प्रकार से देखते-सुनते हैं पर एक समान विचार नहीं रखते। सभी अपनी-अपनी मनोवृत्तियों के अनुसार कार्य करते हैं। पाठ में आई कबीर की किस साखी से उपर्युक्त पंक्तियों के भाव मिलते हैं, एक समान होने के लिए आवश्यक क्या है? लिखिए।
उत्तर :
कबीर की निम्नलिखित साखी समाज में सभी को समान मानने का उपदेश देती हैं

कबीर घास न नदिए, जो पाऊँ तलि होइ।
उडि पडै जब आँखि मैं, खरी दुहेली होई॥

एक समान होने के लिए समाज से हर प्रकार का भेदभाव समाप्त होना चाहिए। यह भेदभाव चाहे जातीय हो या आर्थिक। सभी लोगों को एक दृष्टि से देखा जाए तथा किसी के साथ पक्षपातपूर्व व्यवहार न किया जाए। इसके अलावा अपने धन-बल का प्रयोग कर किसी को सताया न जाए।

प्रश्न 4. कबीर के दोहों को साखी क्यों कहा जाता है? ज्ञात कीजिए।
उत्तर :
कबीर के दोहों को साखी इसलिए कहा जाता है क्योंकि साखी शब्द साक्षी शब्द का तद्भव रूप है, जिसका अर्थ है-आँखों देखा हुआ गवाह या गवाही । अनपढ़ कबीर ने इस दुनिया में सब सुना, देखा और सहा। इसके उपरांत उन्होंने अनुभव को दोहों के रूप में व्यक्त किया। इसके अलावा कबीर का हर दोहा अपने-आप में ज्ञान का कोश है। वह मनुष्य को कुछ-न-कुछ सीख देता है।

भाषा की बात
बोलचाल की क्षेत्रीय विशेषताओं के कारण शब्दों के उच्चारण में परिवर्तन होता है; जैसे-वाणी शब्द बानी बन जाता है। मन से मनवा, मनुवा आदि हो जाता है। उच्चारण के परिवर्तन से वर्तनी भी बदल जाती है। नीचे कुछ शब्द दिए जा रहे हैं उनका वह रूप लिखिए जिससे आपका परिचय हो। ग्यान, जीभ, पाऊँ, तलि, आँखि, बरी।
उत्तर :
शब्द         प्रचलित रूप

ग्यान             ज्ञान
जीभि             जीभ
पाउँ              पाँव
तलि              तले
आँखि            आँख
बैर             बैरी, शत्रु

We hope the NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 9 कबीर की साखियाँ help you. If you have any query regarding NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 9 कबीर की साखियाँ, drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

NCERT Solutions for Class 8 Social Science Civics Chapter 5 Judiciary

NCERT Solutions for Class 8 Social Science Civics Chapter 5 Judiciary

These Solutions are part of NCERT Solutions for Class 8 Social Science. Here we have given. NCERT Solutions for Class 8 Social Science Civics Chapter 5 Judiciary

Question 1.
You read that one of the main functions of the judiciary is ‘upholding the law and Enforcing Fundamental Rights’. Why do you think an independent judiciary is necessary to carry out this important function?
Answer:
An independent judiciary is necessary to carry the function of upholding the law and Enforcing Fundamental Rights’ so that every citizen of India can approach the Supreme court if they believe that their Fundamental Rights have been violated.

Question 2.
Re-read the list of Fundamental Rights provided in Chapter 1. How do you think the Right to Constitutional Remedies connects to the idea of judicial review?
Answer:
Right to Constitutional Remedies declares that citizens can go to court for justice if they believe that any of their Fundamental Rights have been violated by the State. Hence the independence of the judiciary is necessary to uphold the rights of the citizens.

Question 3.
In the following illustration, fill in each tier with the judgments given by the various courts in the Sudha Goel case. Check responses with others in the class.
Answer:
NCERT Solutions for Class 8 Social Science Civics Chapter 5 Judiciary 1

  • Lower Court: Laxman Kumar, Shakuntala, and Subhash were sentenced to death.
  • High Court: All the three were acquitted.
  • Supreme Court: Sentenced Laxman and Shakuntala but acquitted Subhash due to lack of evidence.

Question 4.
Keeping the Sudha Goel case in mind, tick the sentences that are true and correct the ones that are False.
(a) The accused took the case to the High Court because they were unhappy with the decision of the Trial Court.
True. They went to the Supreme Court after the High Court had given its decision.

(b) They went to the High Court after the Supreme Court had given its decision, (c) If they do not like the Supreme Court verdict, the accused can go back again to the Trial Court.
False. They can’t go to High Court after the Supreme Court’s decision as the Supreme Court is the highest level Court of the country.

(c) If they do not like the Supreme Court verdict the accused cannot go back again to the Trial Court.
False. If they do not like the Supreme Court verdict the accused cannot go back again to the Trial Court.

Question 5.
Why do you think the introduction of Public Interest Litigation (PIL) in the 1980s is a significant step in ensuring access to justice for all?
Answer:
The introduction of Public Interest Litigation in the 1980s is a significant step in ensuring access to justice for all because it allowed any individual or organization to file a PIL in the High Court or the Supreme Court on behalf of those whose rights were being violated. The legal process was greatly simplified and even a letter or telegram addressed to the Supreme Court or the High Court could be treated as a PIL.

Question 6.
Re-read excerpts from the judgment on the Olga Tellis vs Bombay Municipal Corporation case. Now write in your own words what the judges meant when they said that the Right to Livelihood was a part of the Right to Life.
Answer:
In the Olga Tellis vs Bombay Municipal Corporation case, the judges meant that the Right to Life had a wider meaning. It included the Right to Livelihood. Without means of livelihood, none can exist. By Livelihood one earns money to buy food, clothing, and shelter. Hence, none can be denied of his livelihood.

Question 7.
Write a story around the theme, ‘Justice delayed is justice denied’.
Answer:
Mr. Shankar was a government employee. After retirement, he came back to his forefather’s house. He requested the tenant to vacate the house. But the tenant did not vacate the house. Tenant challenged that if Mr. Shankar wanted to have his house vacated, he should move to court for justice. He was compelled to live in a rented house.

The owner lodged litigation against the tenant. After fighting the case for five years, the owner won the case. The decision was made in his favour by the trial court. But the tenant appealed against the lower court decision and date after date lingers on the decision and it took another ten years for justice. Mr. Shankar felt the justice unjustified as it was abnormally delayed.

Question 8.
Make sentences with each of the glossary words given?
Answer:

  • Acquit: After a trial of 10 years in the Supreme Court, Mohan was acquitted of the charge of murdering his friend.
  • To Appeal: I shall appeal in the higher court against the judgment of the lower court which is against me and from which I am not satisfied
  • Compensation: 5 lakh was paid to Ruchi as compensation for her husband’s accidental death.
  • Eviction: Eviction proceedings are pending in the court of the Rent Commissioner.
  • Violation: Violation of the untouchability act is punishable under the Constitution.

Question 9.
The following is a poster made by the Right to Food campaign.

  • Read this poster and list the duties of the government to uphold the Right to Food.
  • How does the phrase “Hungry stomachs, overflowing godowns! We will not accept it!!” used in the poster relate to the photo essay on the Right to Food

Answer:
NCERT Solutions for Class 8 Social Science Civics Chapter 5 Judiciary 2

Duties of the Government

  • That all persons get food;
  • That no one goes to sleep hungry;
  • That persons who are most vulnerable to hunger like the elderly, the disabled, widows, etc. get special attention;
  • That there is no death because of malnutrition or hunger.

“Hungry stomachs, overflowing godowns! We will not accept it !!” do relate to the photo essay on the Right to Food on page 61 of the Textbook. We can see that due to drought in Rajasthan and Orissa, millions faced an acute shortage of food. Meanwhile, the government godowns were full of grain.

In such a situation, an organization called the People’s Union of Civil Liberties filed a PIL in the Supreme Court. It stated that the Fundamental Right to Life guaranteed in Article 21 of the Constitution includes the Right to food. The state’s excuse that they did not have adequate funds was shown to be wrong because the godowns were overflowing with grains.

The Supreme Court directed the government to provide food at cheaper prices through the government ration shops and to provide mid-day meals to children.

We hope the NCERT Solutions for Class 8 Social Science Civics Chapter 5 Judiciary, help you. If you have any query regarding NCERT Solutions for Class 8 Social Science Civics Chapter 5 Judiciary, drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

NCERT Solutions for Class 8 Social Science Civics Chapter 8 Confronting Marginalisation

NCERT Solutions for Class 8 Social Science Civics Chapter 8 Confronting Marginalisation

These Solutions are part of NCERT Solutions for Class 8 Social Science. Here we have given. NCERT Solutions for Class 8 Social Science Civics Chapter 8 Confronting Marginalisation

Question 1.
List two Fundamental Rights in the Constitution that Dalits can draw upon to insist that they should be treated with dignity and as equals. Re-read the Fundamental Rights listed on page 14 (of NCERT Textbook) to help you answer this question.
Answer:
The following are the two Fundamental Rights in the constitution that Dalits can draw upon to insist that they should be treated with dignity and as equals :

(1) Right to Equality – All persons are equal before the law. This means that all persons shall be equally protected by the laws of the country. It also states that no person can be discriminated against on the basis of their religion, caste or sex. Every person has access to all public places including playgrounds, hotels, shops, etc.

(2) Right to Freedom – This includes the right to freedom of speech and expression, the right to form associations, the right to move freely and reside in any part of the country, and the right to practice any profession, occupation, or business.

Question 2.
Re-read the story on Rathnam as well as the provisions of the 1989 Scheduled Castes and Scheduled Tribes (Prevention of Atrocities) Act. Now list one reason why you think he used this law to file a complaint.
Answer:

  • Rathnam used the law to file a complaint because he was forced to leave the village along with his mother and other members of his family.
  • He filed the complaint against the domination and violence of the powerful castes of the village.

Question 3.
Why do Adivasi activists, including C.K. Janu, believe that Adivasis can also use this 1989 Act to fight against dispossession? Is there anything specific in the provisions of the Act that allows her to believe this?
Answer:
The Act sets out to punish anyone who wrongfully occupies or cultivates any land owned by, or allotted to a member of a Scheduled Caste or a Scheduled Tribe or gets the land allotted to him transferred.

Adivasi activists refer to the 1989 Act to defend their right to occupy land that was traditionally theirs. Activists have asked that those who have forcibly encroached upon tribal land, should be punished under this law.

C.K. Janu, an Adivasi activist, has also pointed that in cases where tribals have already been evicted and cannot go back to their lands, they must be compensated. That is, the government must draw up plans and policies for them to live and work elsewhere.

Question 4.
The poems and the song in this Unit allow you to see the range of ways in which individuals and communities express their opinions, their anger, and their sorrow. In class, do the following two exercises:
(a) Bring to class a poem that discusses a social issue. Share this with your classmates. Work in small groups with two or more poems to discuss their meaning as well as what the poet is trying to communicate.
(b) Identify a marginalized community in your locality. Write a poem, or song, or draw a poster, etc. to express your feelings as a member of this community.
Answer:
(a) Frame a poem of your own and do the activity which this question asks you to do.
(b) Yes. The marginalized community in our locality is the scheduled caste community. Now frame a poem or song or draw a poster, etc. to express your feelings as a member of this community.
Hints: A Poster

  • An SC member wants to enter a Hindu Temple.
  • The Priest asks him not to do so.
  • Visitors to the temple belonging to Hindu powerful people beat the SC member and throw him away out of the gate of the temple.

We hope the NCERT Solutions for Class 8 Social Science Civics Chapter 8 Confronting Marginalisation, help you. If you have any query regarding NCERT Solutions for Class 8 Social Science Civics Chapter 8 Confronting Marginalisation, drop a comment below and we will get back to you at the earliest.